सूरत। आवारा मवेशियों की समस्या को खत्म करने के लिए महानगर पालिका ने पांच साल में शहर से 31,674 आवारा मवेशियों को पकड़ा है। नगर निगम ने इस कार्रवाई के दौरान पशुपालकों से 3.08 करोड़ रुपए का जुर्माना भी वसूला है। हालांकि, इन पांच वर्षों के दौरान नगर पालिका से जितने मवेशी पकड़े, पशुपालक उतने छुड़ाने नहीं आए। इस वहज से पिछले पांच साल में नगर निगम ने 16,613 जानवरों को गौशाला में भेजा है।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम ने आवारा मवेशियों को पकड़ने का अभियान तेज कर दिया है। इससे शहर की सड़कों पर आवारा मवेशियों का खतरा कुछ हद तक कम हो गया है। शहर के कुछ इलाकों में अभी भी आवारा मवेशियों का उपद्रव है। पिछले पांच वर्षों में सूरत नगर निगम द्वारा आवारा मवेशियों को पकड़ने से यह खतरा कम हुआ है।
पिछले पांच वर्षों यानी 30 जून 2024 तक, सूरत नगर पालिका ने शहर की सड़कों पर घूमने वाले 31674 मवेशियों को पकड़ा है। नगर निगम की इस कार्रवाई के दौरान कर्मचारियों और पशुपालकों के बीच कई बार झड़प भी हो चुकी है और कुछ मामलों में नगर निगम के कर्मचारियों पर हमले भी हुए हैं। हमलों के बावजूद नगर निगम ने पुलिस के साथ इस अभियान को जारी रखा है। नगर निगम ने 2019-20 से 30 जून 2024 के दौरान शहर की सड़कों से 31,674 आवारा मवेशियों को पकड़ा है। इसमें से 12,390 मवेशियों को पशुपालक 3.08 करोड़ का जुर्माना भरने के बाद छुड़ाकर ले गए।