नवसारी। नवसारी जिले के जलापूर्ति विभाग में करोड़ों रुपए के घोटाले में सूरत सीआईडी क्राइम ने अधिकारियों-कर्मचारियों और कॉन्ट्रेक्टर समेत 10 काे गिरफ्तार किया है। इसमें महिला अधिकारी भी शामिल हैं। जलापूर्ति बोर्ड के पूर्व कार्यपालक अभियंता समेत अधिकारियों ने 90 से अधिक परियाेजनाओं को कागज पर दिखाकर 9 करोड़ का घोटाला किया है। रिटायर्ड कार्यपालक इंजीनियर दलपत पटेल, उनके चार सहयोगियों और पांच ठेकेदारों को गिरफ्तार किया गया है। पूरे मामले की विजिलेंस जांच करवाई गई थी, जिसमें करोड़ों का घोटाला सामने आया। घोटाले में दोषी पाए गए अधिकारियों-कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया था। सूरत सीआईडी क्राइम ने आरोपियों को कोर्ट में पेश करके 8 दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस ने धारा 406, 409, 465, 467, 120बी, 201 और भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 13बी के तहत केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
ऐसे हुआ खुलासा: खेरगाम, चिखली, गणदेवी में 90 प्रोजेक्ट कागज पर बनाए
शुरुआती जांच में पता चला कि अधिकारियों ने 163 प्रोजेक्टों के बिल बिना काम किए ही पास किए थे। अधिकारियों ने 94 जगहों पर मुआयना किया तो पता चला कि 90 जगह पाइप लाइन, बोरिंग के काम ही नहीं हुए थे। ये केवल कागज पर ही दिखाए गए थे। प्रथम दृष्टया कॉन्ट्रेक्टर के साथ मिलकर 90 प्रोजेक्टों में 5 करोड़, 48 लाख रुपए का घोटाला सामने आया था। जलापूर्ति बोर्ड के कार्यपालक अभियंता जतिन कुमार पुत्र मोहन पटेल ने सूरत सीआईडी क्राइम में घोटाले की शिकायत दर्ज कराई थी।
सीआईडी ने इस आरोपियों को गिरफ्तार किया
- दलपत पुत्र बुधा पटेल, रिटायर्ड कार्यपालक अभियंता(हनुमान फलिया, खेरगाम, नवसारी)
- शिल्पा के. राज, डिप्टी कार्यपालक अभियंता (मोटी कोलीवाड, सादकपोर, चिखली, नवसारी)
- राजेश पुत्र गुलाब पटेल, सीनियर क्लर्क (पानी की टंकी के पीछे, कागदीवाड, नवसारी)
- जगदीश पुत्र प्रभात परमार, सीनियर क्लर्क(लक्ष्मी पैलेस, स्टेशन रोड, बिलीमोरा)
- ज्योति एन. शाह, मेसर्स गोयम एंटरप्राइज (काबुलीवाला दुकान के सामने, बिलीमोरा)
- मोहम्मद ए. नूलवाला, मेसर्स सुपर कन्स्ट्रक्शन(हकीमजी बिजनेस सेंटर, वापी)
- नरेन्द्र बी शाह, मेसर्स- अक्षय ट्रेडर्स(बंदरगाह रोड, बिलीमोरा)
- तेजल के शाह, मेसर्स- अभिनंदन एंटरपाइज (भूरी हाउस सोसाइटी, बिलीमोरा)
- धर्मेश वी पटेल (रोणवेल गांव, वलसाड)
- किरण पुत्र भाणा पटेल