गांधीनगर। प्रदेश की राजधानी गांधीनगर में गांवों को बेचने का सिलसिला जारी है। दहेगाम तहसील में जूना पहाड़िया गांव के बाद एक और गांव को बेचने का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि सापा ग्राम पंचायत के पेटापरा कालीपुरा गांव की 7 में से डेढ़ बीघा जमीन बेच दी गई है। गांववालों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है।
दहेगाम तहसील के जूना पहाड़िया गांव को जमीन के वारिसदारों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर बेच दिया था। इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिसमें दो आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। दहेगाम तहसील में एक और गांव को बेचने का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है।
सापा ग्राम पंचायत में स्थित पेटापरा कालीपुरा गांव आज से 50 साल पहले बसा था। यहां 35 मकान हैं और दो सरकारी ट्यूवबेल लगे हैं। ग्रामीणों को सरकार की अलग-अलग योजनाओं का लाभ मिल रहा है। जमीन के मूल मालिक के वारिसदार ने गांव की डेढ़ बीघा जमीन बेच दी है। इसी साल अप्रैल में दहेगाम सब रजिस्ट्रार कार्यालय में जमीन की बिक्री के दस्तावेज बनाए गए थे। अहमदाबाद के नरोडा में रहने वाले तीन लाेगों ने इस जमीन को 4लाख, 90 हजार रुपए में खरीदी है। गांव बेचने का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने दहेगाम के मामलतदार से पूरी रिपोर्ट मंगाई है।