लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बस्ती, अयोध्या, पीलीभीत, बरेली, आजमगढ़ और हरदोई समेत 17 से अधिक जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। नदियों के जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कई नदियां अभी से खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बरेली में डूबने से दो बच्चों समेत 4 लोगों की मौत हो गई। बदायंू में रामंगगा नदी में पानी बढ़ने के बाद शाहजहापुर-लखनऊ रोड को वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है। फर्रुखाबाद में भी रामगंगा नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है। प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, कानपुर में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। संत कबीरनगर में राप्ती नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। बस्ती, संत कबीरनगर, देवरिया में सरयू नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है। आजमगढ़, मऊ और बलिया में सरयू नदी का जलस्तर कुछ कम हुआ है। जौनपुर में गोमती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश में बारिश और बाढ़ से 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। 66 तहसीलों के 1273 गांवों में लोग बाढ़ का सामना कर रहे हैं।