नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दे रहे हैं। उन्होंने एक दिन पहले ही लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब दिया था। इस बीच पीएम मोदी ने कांग्रेस को परजीवी बताते हुए विपक्षी नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते रहे। पीएम के भाषण के दौरान विपक्ष के सदस्य वेल में आ गए और जोरदार नारेबाजी की। विपक्ष के हंगामे के बीच भी पीएम मोदी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया। सभापति जगदीप धनखड़ ने वॉकआउट की निंदा की और कहा कि इससे देश के 140 करोड़ लोगों को नुकसान होगा। आज उन्होंने गृह नहीं, मर्यादा छोड़ दी है। ये हमारा या आपका अपमान नहीं है, ये सदन का अपमान है। उन्होंने मुझसे मुंह नहीं मोड़ा है, बल्कि भारत के संविधान से मुंह मोड़ा है। मैं बहुत दुखी हूं, भारत के संविधान का इतना अपमान, इतना बड़ा मजाक। मुझे उम्मीद है कि वे आत्मनिरीक्षण करेंगे।
पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुआ कहा कि एक सांसद के पास इतनी ताकत कहां से आई कि उन्होंने कैबिनेट के फैसले को फाड़ दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता ने भ्रम की राजनीति को नकार दिया है और विश्वास की राजनीति को स्वीकार किया है। हमारे जैसे अनेक लोग ऐसे हैं, जिनके परिवार में कोई सरपंच भी नहीं चुना गया। राजनीति से उनका कोई लेना-देना नहीं है, पर आज महत्वपूर्ण पदों पर पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर कहा कि 60 साल बाद ऐसा हुआ है कि कोई सरकार तीसरी बार सत्ता में वापस आई है। छह दसक बाद यह कोई सामान्य घटना नहीं है। कुछ लोग जानबूझकर मुंह फेरकर बैठे रहे। पिछले दो दिनों से देख रहा हूं कि हार भी स्वीकार हो रही है, मन को हराकर भी जीत स्वीकार हो रही है। हमारी सरकार के 10 साल हो गए हैं, अभी 20 साल बाकी हैं।