नई दिल्ली। मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, नीट और अग्निपथ जैसे मुद्दों को लेकर सरकार पर हमला बोला। इस दौरान संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के तहत कल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर करारा हमला बोला था। आज लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी एनडीए सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने चुनाव नजीतों में भाजपा को बहुमत न मिलने पर कहा कि जनता ने सत्ता का गुरुर तोड़ दिया है। अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि मैं समझदार और बुद्धिमान मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं। सपा नेता ने कहा कि पहली बार ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है। जनता कह रही है कि ये चलने वाली नहीं, गिरने वाली सरकार है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त देश की आजादी का दिन है तो 4 जून सांप्रदायिक राजनीति से आजादी का दिन है। अखिलेश यादव ने कहा कि ये देश किसी की व्यक्तिगत आकांक्षा ने नहीं बल्कि जन आकांक्षा से चलेगी। मतलब अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार कहने को कहती है कि पांचवीं बड़ी इकोनॉमी बनाएंगे, लेकिन कैपिटल इनकम कहां है? सना नेता ने उत्तर प्रदेश का जिक्र करते हुए हए कि जहां से प्रधानमंत्री चुनाव जीतकर आए हैं, वहां की सरकार कहती है कि 3 ट्रिलियन इकोनॉकी बनाएंगे। अगर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनना है तो 35 फीसदी की ग्रोथ चाहिए। मुझे नहीं लगता है कि इतनी ग्रोथ हो पाएगी। इस दौरान सपा नेता ने अयाेध्या का भी जिक्र किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने एक कविता भी सुनाई।
नीट का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पेपर लीक कैसे हो रहे हैं। पेपर लीक होने का मतलब यह है कि सरकार नौकरी नहीं देना चाहती है। ईवीएम पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे आज भी इस पर भरोसा नहीं है। यूपी की 80 सीटें जीतने के बाद भी मैं ईवीएम हटाने के पक्ष में हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम अग्निवीर को कभी स्वीकार नहीं कर सकते। हम जब भी सत्ता में आएंगे, इसे तुरंत खत्म करेंगे।