सूरत। पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल ने अमृत योजना स्टेशन के अंतर्गत स्टेशनों के कायाकल्प का काम शुरू किया है। पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ विनीत अभिषेक ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों के विकास काम चल रहा है। इस योजना के अंतर्गत 8 उपनगरीय स्टेशन हैं। जिसमें मरीन लाइंस, चर्नी रोड, ग्रांट रोड, लोअर परेल, प्रभा देवी, मलाड, जोगेश्वरी के अलावा 11 गैर-उपनगरीय स्टेशन हैं, जिसमें अंबरगांव रोड, संजान, वापी, बिलीमोरा, सचिन, भेस्तानर, बारडोली, नंदुरबार, अमलनेर, धरनगांव को शामिल किया गया है। इन स्टेशनों के विकास के लिए 513 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 17 स्टेशनों पर किओस्क, एलिवेटर्स और एस्केलेटर के साथ रूफ प्लाजा के रुप में 12 मीटर चौड़े फ्लाई ओवर ब्रिज बनाने की योजना है।
सीपीआरओ ने बताया कि बुकिंग काउंटरों पर टिकट जारी करने वाले यात्रियों और बुकिंग क्लर्कों के बीच संचार में सुधार के लिए पश्चिम रेलवे ने उधना-जलगांव खंड पर 10 स्टेशनों पर टॉक बैक सिस्टम स्थापित किया है। सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के उद्देश्य से स्टेशनों पर अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह टॉकबैक प्रणाली यात्रियों और काउंटर पर टिकट जारी करने वाले कर्मचारियों के बीच दो-तरफा संचार की सुविधा प्रदान करने में मदद करेगी। साथ ही टिकट बुकिंग के दौरान यात्रियों और बुकिंग क्लर्कों के बीच गलतफहमी से होने वाले झगड़ों पर भी अंकुश लगेगा और पारदर्शिता बनी रहेगी। टॉक बैक सिस्टम के जरिए यात्री बुकिंग क्लर्क से बातचीत सुन सकता है।
शारीरिक रूप से अक्षम यात्रियों के लिए स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास विशेष रूप से डिजाइन किए गए शौचालय और पीने के पानी के बूथ और आरक्षित पार्किंग स्थल तैयार किए गए हैं। दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा के लिए 39 स्टेशनों पर ब्रेल साइनेज तैयार किए गए हैं, जबकि ऐसे यात्रियों को स्टेशनों पर सुरक्षित रूप से नेविगेट करने में मदद करने के लिए स्पर्श मार्ग भी तैयार किए गए हैं। सभी गैर-उपनगरीय स्टेशनों पर कुल 86 व्हीलचेयर उपलब्ध हैं, जबकि उपनगरीय स्टेशनों पर प्रति प्लेटफॉर्म 1 व्हीलचेयर का प्रावधान किया गया है। 24 स्टेशनों पर पहले से ही 69 लिफ्ट हैं, 13 अभी भी निर्माणाधीन हैं और मानसून सीजन के बाद 13 और लिफ्टें लगाई जाएंगी।