ताइपे। ताइवान सरकार ने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने और भारतीयों को अपने देश में लाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। उनकी सरकार ने भारतीयों को ‘वीजा ऑन अराइवल’ देने की तैयारी शुरू कर रही है। ताइवान के उप विदेश मंत्री टीएन चुंग-क्वांग ने कहा कि ताइवान सरकार भारतीय पर्यटकों को वीजा ऑन अराइवल की सुविधा देने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्वारा वीजा प्रक्रिया को सरल बनाने का उद्देश्य भारत के साथ संबंधों को मजबूत करना और भारतीयों को ताइवान के प्रति प्रोत्साहित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय बहुत यात्रा करते हैं, इसलिए हम लुक ईस्ट पॉलिसी के तहत उन्हें आगमन पर वीजा की सुविधा प्रदान करने पर सक्रिय रूप से विचार कर रहे हैं। ताइपे में पत्रकारों से बात करते हुए ताइवान के उप विदेश मंत्री क्वांग ने कहा कि वीजा ऑन अराइवल पर निर्णय लेने से पहले हम ताइवान के इमिग्रेशन विभाग के साथ आंतरिक रूप से प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे। हम भारत के साथ अनुकूल पर्यटन और व्यापारिक यात्रा को बढ़ावा देना चाहते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि जब भारत ने 1991 की शुरुआत में ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ शुरू की थी, तो दोनों देशों ने वीजा प्रतिबंधों में ढील दी थी।
भारतीयों को वीजा ऑन अराइवल देने वाले देशों की बात करें तो 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार भारतीय नागरिक 90 दिनों तक सात देशों ईरान, तंजानिया, बुरुंडी, मॉरिटानिया, गैबॉन, समोआ, टोगो की यात्रा वीजा ऑन अराइवल पर कर सकते हैं। इस वीजा पर 60 दिनों तक मालदीव और केप वर्डे जा सकते हैं। भारतीय इस वीजा पर 42 दिनों के लिए सेंट लूसिया और 45 दिनों के लिए कोमोरोस द्वीप समूह की यात्रा कर सकते हैं।
इसके अलावा भारतीय नागरिक 30 दिन तक वीजा आॅन अराइवल पर श्रीलंका, थाईलैंड, इंडोनेशिया, जॉर्डन, म्यांमार, कंबोडिया, मेडागास्कर, सेशेल्स, इथियोपिया, जिम्बाब्वे, युगांडा, लाओस, सोमालिया, बोलीविया, बोत्सवाना, मोज़ाम्बिक, रवांडा, सिएरा, लियोन, तिमोर -लेस्टे, तुवालु, मार्शल द्वीप, गिनी-बिसाऊ, पलाऊ द्वीप समूह की यात्रा कर सकते हैं।
अब भारतीयों के लिए ताइवान जाना होगा और आसान, वीजा ऑन अराइवल की हो रही तैयारी!
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