पंचमहाल। पावागढ़ में जैन तीर्थंकरों की मूर्तियों को तोड़ने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सूरत में जैन धर्मावलंबी रातभर कलेक्टर के बाहर धरने पर बैठे रहे। वहीं, प्रदेश के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया है। जैन तीर्थंकरों की मूर्तियां तोड़ने के बाद अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत समेत प्रदेशभर में जैन समुदाय के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सूरत में जैन साधु-संतों ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना देते हुए कहा कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक आंदोलन चालू रहेगा।
गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति या ट्रस्ट को किसी भी मूर्ति या मंदिर को ध्वस्त करने का अधिकार नहीं है। इस मामले में जांच चल रही है। सीएम के आदेश के अनुसार मूर्तियों को उनके स्थान पर पुनः स्थापित किया जाएगा। इस बारे में राज्य सरकार के प्रवक्ता ऋषिकेश पटेल ने कहा कि यह मामला संज्ञान में आया है, हमने इसकी संपूर्ण जानकारी मंगाई है।
वहीं, अठवालाइंस में आंदोलन कर रहे जिनागम रत्न महराज ने चेतावनी दी है कि जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिलेगी, तब तक हम यहां से नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि गुजरात के जैन समाज को राज्य सरकार और गृह राज्यमंत्री के आश्वासन पर भरोसा नहीं है। संघवी के आश्वासन के बाद भी जैन समाज आंदोलन खत्म करने को तैयार नहीं है।