नई दिल्ली। नौकरी के लिए म्यांमार गए 20 भारतीयों के परिवारों ने विदेश मंत्रालय से उन्हें वापस लाने की गुहार लगाई है। रिपोर्ट के अनुसार उनका दावा है कि दुबई के एक एजेंट ने उच्च वेतन वाली नौकरी दिलाने का झांसा देकर थाईलैंड ले जाने का लालच दिया था। उन्हें थाईलैंड के बदले म्यांमार भेज दिया, जहां उन्हें बंधक बना लिया गया है। उनकी जान को भी खतरा है।
पीड़ितों के परिवारों ने कैराना के भाजपा सांसद प्रदीप चौधरी से मदद मांगी है। इसके बाद विदेश मंत्रालय को इसकी जानकारी दी गई। म्यांमार में बंधक बनाए गए एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड किया है। वीडियाे में एक व्यक्ति कहता है कि टॉर्चर करने से उसके एक साथी की मौत हो गई है। एक लड़की के सिर में गंभीर चोट लगी है।
पीड़ित ने कहा कि दुबई के एक एजेंट ने हमें नौकरी का लालच दिया था। म्यांमार में बंधक बनाए गए वर्कर्स में से एक की पहचान कुलदीप के रूप में हुई है। कुलदीप ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया है। कुलदीप वीडियाे में कह रहा है कि उसे म्यांमार में बंधक बनाया गया है, अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। 83 सेकंड के वीडियो में कुलदीप कहता है कि हमारे परिवारवालों ने विदेश मंत्रालय से संपर्क किया है। कुलदीप ने कहा कि हमसे 18 घंटे काम करवाया जाता है और खाने के लिए दो कटोरी चावल मिलता है। काम करने से इनकार करने पर पीटा जाता है।