पाटण। शंखेश्वर तहसील के धनोर गांव से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। 12 साल बाद मायके से ससुराल आई बहू ने ससुर और देवर को भोजन में जहर मिलाकर खिला दिया। देवर की मौत हो गई, जबकि ससुर को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने केस दर्ज करके जहरीली बहू से पूछताछ शुरू कर दी है।
भोलागिरी उर्फ भावेश ईश्वरगिरी गोस्वामी ने शंखेश्वर थाने में अपनी भाभी जया गोस्वामी के खिलाफ हत्या और हत्या की कोशिश करने का मामला दर्ज कराया है। भावेश ने बताया कि उनके बड़े भाई अशोक गोस्वामी की शादी सांतलपुर तहसील के गोतरका गांव में रहने वाली जया गोस्वामी से हुई थी। शादी के बाद जया की अपने पति अशोक से अक्सर अनबन रहती थी। इस वजह से जया पिछले 12 साल से अपने मायके गोतरका में रह रही थी। जया अपने पति अशोक गोस्वामी के साथ नहीं रहना चाहती थी, इसके बावजूद गांव और समाज के लोगों ने समझा-बुझाकर जया और अशोक में समझौता कराया था। जया चार दिन पहले ही मायके से ससुराल आई थी। मंगलवार को जया ने भोजन में जहर मिलाकर देव महादेव गिरी और ससुर ईश्वर गिरी को खिला दिया। खाना खाने के तुरंत बाद ही देवर की मौत हो गई, जबकि ससुर की तबीयत भी खराब होने लगी। ईश्वरगिरी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। ईश्वर गिरी का पाटन के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
भावेश ने पुलिस को बताया कि भाभी जया ने उसे भी खाना खाने के लिए बुलाया था, पर भूख न होने के उसने खाना नहीं खाया। कुछ देर बाद जया ने दोबारा भावेश को खाने के लिए बुलाया तो उसने खाने से इनकार कर दिया और बच गया।
जया खाना बना रही थी, तभी भावेश रसाेई में आया था। जया दो अलग-अलग बर्तनों में दाल बना रही थी। भावेश ने जब अलग-अलग दाल बनाने के बारे में पूछा तो जया ने बहानेबाजी करते हुए कहा कि उसका बेटा सुमित मसालेदार खाना नहीं खाता है, उसके लिए अलग से दाल बना रही हूं। बताया जाता है कि जया अपने मायके से भगवान शंकर के मंदिर के पीछे से धतूरे का बीज लेकर आई थी और उसे पीसकर उबलती हुई दाल में डाल दिया था। जया के पति अशोकगिरी ने खाना नहीं खाया, इसलिए उनकी भी जान बच गई। शंखेश्वर पुलिस ने जया के खिलाफ आईपीसी की धारा 307(हत्या की कोशिश) और 302(हत्या) का केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की जांच पुलिस इंस्पेक्टर प्रभातसिंह जे सोलंकी कर रहे हैं।