अहमदाबाद। प्रदेश की राजधानी गांधीनगर की मनसा तहसील के महुडी शहर में स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल घंटाकर्ण महावीर मंदिर से 130 किलो सोना गायब होने के अलावा ट्रस्टियों पर करोड़ों रुपए के गबन का गंभीर आरोप लगाते हुए गुजरात हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में वर्ष 2012 से 2024 तक आॅडिट-हिसाब की जांच कराने और राज्य सरकार द्वारा विशेष कमेटी गठित करके गबन की जांच कराने की मांग की गई है। वैकेशन के बाद इस जनहित याचिका पर सुनवाई होने की उम्मीद है।
याचिका में घंटाकर्ण महावीर मंदिर के सुचारू प्रशासन और प्रबंधन के उद्देश्य से सार्वजनिक डोमेन में सभी खातों को स्पष्ट करने की भी मांग की गई है। याचिकाकर्ता जयेश बाबूलाल मेहता द्वारा दायर जनहित याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि मंदिर की मौजूदा समिति अवैध है। याचिका में अवैध मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों भूपेन्द्र वोरा और कमलेश मेहता पर 130 किलो सोना गायब करने 14 करोड़ से अधिक का गबन करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
याचिकाकर्ता ने मांग की है कि राज्य सरकार द्वारा विशेष कमेटी गठित की जाए और चेरिटी कमिश्नर द्वारा पूरे मामले की जांच करवाई जाए। 2012 से 2024 तक आॅडिट और अकाउंट की जांच करके फाइनल रिपोर्ट पब्लिक डोमन में सार्वजनिक की जाए।
याचिकाकर्ता ने बताया कि इससे पहले जॉइंट चेरिटी कमिश्नर, अहमदाबाद को भी शिकायत की गई है। चेरिटी कमिश्नर में शिकायत अभी तक लंबित है, इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई। याचिकाकर्ता का कहना है कि घंटाकर्ण महावीर मंदिर में हर साल करोड़ों रुपए नकद, सोना-चांदी का दान आता है। इसके बावजूद यहां आने वाले दर्शनार्थियों के लिए कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जाती है।