राजकाेट। जनपद के जियाणा गांव में अजीब घटना सामने आई है। मनोकामना पूरी न होने पर पूर्व सरपंच ने तीन मंदिरों में आग लगा दी। वाकया 13 मई की रात का बताया जाता है। पूर्व सरपंच ने रात में बाबा रामदेवपीर, बंगला वाली मेलडी माता और वासंगी दादा मंदिर में आग लगा दी। सुबह मंदिरों में आग लगने की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। तहसील पंचायत के सदस्य कानजीभाई मेघाणी ने थाने में अनजान व्यक्ति के खिलाफ गांव के तीन मंदिरों में आग लगाने की शिकायत दर्ज कराई। सब इंस्पेक्टर एके राठौड ने केस दर्ज करके आगे जांच शुरू की तो पूर्व सरपंच के आग लगाने का मामला सामने आया। एयरपोर्ट पुलिस ने पूर्व सरपंच अरविंद सरवैया को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि राजकोट-अहमदाबाद हाईवे पर स्थित जियाणा गांव के पूर्व सरपंच अरविंद सरवैया ने गांव के रामदेवपीर और मेलडी माता मंदिर में आग लगाई थी। वासंगी दादा मंदिर में ताला बंद होने के कारण अंदर आग नहीं लगा पाया। पुलिस ने बताया कि पूर्व सरपंच की पहले भगवान में बहुत आस्था थी, वह बहुत पूजा-पाठ करता था। पूजा-पाठ के बाद भी उसकी मनोकामना पूरी नहीं हुई तो भगवान से नाराज होकर मंदिरों में आग लगा दी। आगजनी में रामदेव पीर और मेलडी माता की मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई है। बाबा रामदेव पीर का मंदिर 35 और मेलडी माता का मंदिर 50 साल पुराना बताया जाता है। वहीं, वासंगी दादा का मंदिर दो साल पहले ही बनाया गया था।
पुलिस की पूछताछ में आरोपित पूर्व सरपंच अरविंद सरवैया ने बाबा रामदेव पीर, बंगला वाली मेलडी माता और वासंगी दादा मंदिर में आग लगाने की बात स्वीकार कर ली है। एयरपोर्ट पुलिस ने आईपीसी की धारा 295, 435 के तहत केस दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।