अमरेली। एलसीबी की टीम ने सूरत के मेट्रो प्रोजेक्ट में भारी रकम की पेशकश करके कार किराए पर लेने के बाद उन्हें बेचने के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। अमरेली एलसीबी की टीम ने सूरत से 4 बदमाशों को गिरफ्तार कर 3करोड्, 76 लाख रुपए कीमत की 28 कार कब्जे में ली है। पुलिस ने बताया कि बदमाश मालिकों से कार किराए पर लेने के बाद दो-तीन महीने उसका किराया चुकाते थे, इसके बाद उसे बेच देते थे अथवा गिरवी रखकर पैसे लेकर फरार हो जाते थे। अमेरली के कार मालिक की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी। पुलिस की जांच में गिरफ्तार चारों बदमाशों का आपराधिक इतिहास है।
अमरेली जिले के विट्ठलपुर खंभालिया गांव में रहने वाले लालजी पुत्र रमेशभाई मकवाणा ने थाने में तहरीर दी थी कि आरोपियों ने उनसे नई कार खरीदवाने के बाद सूरत मेट्रो प्रोजेक्ट में अच्छा किराया दिलाने का झांसा देकर कार ले गए थे। इसके बाद उनकी कार को दिल्ली के नजदीक किसी को बेच दिया। केस दर्ज होने के बाद अमरेली पुलिस जांच में जुट गई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी सूरत के रहने वाले हैं और गुजरात के अलग-अलग शहरों से कार किराए पर लेकर उसे दूसरे शहरों में ले जाकर बेच देते हैं। आरोपियों से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने एक के बाद एक करके 28 कारों को जब्त किया है। पुलिस ने बताया कि पिछले छह महीने से यह नेटवर्क चल रहा था।
अमरेली एलसीबी की टीम ने अल्पेश उर्फ जाडो उर्फ जाडियो जगदीश चंद्र उर्फ चंद्रकांत रतीलाल जरीवाला (उम्र-38, निवासी- रूस्तमपुरा, चुरमावाड, मकान नं. 601), मयूर उर्फ सन्नी वसंतभाई सांडीस(ए/1586, रूदरपुरा, पुलिस लाइन के सामने, नानपुरा), योगेश विनूभाई पटेल(अमरोली, छापरा भाठा, माधवनगर)और मीत चंद्रकांत राठौड़(, निर्मल नगर सोसाइटी, अमरोली) को सूरत से गिरफ्तार किया है। इस नेटवर्क का मास्टर माइंड अल्पेश जरीवाला, प्रोहिबिशन, धोखाधड़ी, मारपीट, जुआ, चोरी, आर्म्स एक्ट समेत 15 अपराधों में नामजद है। मयूर सांडिश के खिलाफ दो केस दर्ज हैं।