पाटण। सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पाटण के प्रगति मैदान में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि- दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है। अब सवाल ये है कि लोकतंत्र-संविधान बचेगा या नहीं। भाजपा के लोग चाहते हैं कि संविधान खत्म हो जाए, लेकिन कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा कर रही है। आजादी के बाद से जो भी हासिल हुआ है वह भारत की गरीब जनता ने हासिल किया है। यह संविधान के कारण हुआ है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि जिधर देखो उधर दो भारत नजर आते हैं, आपने राम मंदिर का अनावरण देखा, इसे बड़ी धूमधाम से मनाया गया, लेकिन वहां तुम्हें कोई गरीब नहीं मिलेगा। राष्ट्रपति को नहीं बुलाया गया। प्रोटोकॉल में शीर्ष पर होने के बावजूद उन्हें अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। क्योंकि वे आदिवासी हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि संविधान गरीबों की रक्षा करता है और मोदी सरकार इसे खत्म करना चाहती है। आरक्षण को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। अग्निवीर पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसी योजनाओं से नुकसान हो रहा है। न्याय के लिए आरक्षण की व्यवस्था है और भाजपा उसकी दुश्मन बन गई है।
राहुल गांधी ने उद्योगपतियों और किसानों के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया, लेकिन किसानों के बारे में नहीं सोचते हैं, उनका कर्ज माफ नहीं करते। जब हमारी सरकार थी, तब यूपीए सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किया था। राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि 90 आईएएस अधिकारी पूरे देश को चला रहे हैं। इन 90 में से तीन पिछड़े, तीन दलित और केवल एक आदिवासी है। पिछले दस वर्षों में गुजरात में क्या हुआ, यह सभी ने देखा है।
राहुल गांधी ने कहा कि हम महालक्ष्मी योजना लाकर महिलाओं की मदद करेंगे। जिसमें हम प्रत्येक परिवार की महिलाओं के खाते में सालाना एक लाख जमा करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने बड़ा वादा किया कि जब तक देश गरीबी रेखा से बाहर नहीं आ जाता तब तक मदद करेंगे। राहुल ने कहा कि हम जाति आधारित जनगणना कराएंगे, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। राहुल गांधी की रैली में पाटण के उम्मीदवार चंदनजी ठाकोर, महेसाणा के रामजी ठाकोर, साबरकांठा के तुषार चौधरी और बनासकांठा की उम्मीदवार गनीबेन ठाकोर मौजूद रहे।