सूरत। नगर निगम संचालित स्मीमेर अस्पताल में गोडादरा का एक संदिग्ध युवक बगैर डायरी के लाल केस पर प्रिस्क्रिप्शन लिखवाते हुए पकड़ा गया। शुक्रवार को सीनियर आरएमओ डाॅ. जयेश पटेल राउंड पर निकले थे। इसी बीच प्रिस्क्रिप्शन विंडो पर एक युवक संदिग्ध हालत में दिखाई दिया। युवक के पास दो लाल केस पेपर भी पाए गए हैं। जांच करने पर पता चला कि युवक गलत तरीके से लाल केस पेपर लेकर घूम रहा था। मरीज से उसका कोई संबंध नहीं था, उसके पास डायरी भी नहीं थी। स्मीमेर अस्पताल में बगैर डायरी के दवा का प्रिस्क्रिप्शन नहीं लिखा जाता है। इसके बावजूद विंडो पर प्रिस्क्रिप्शन लिखा जा रहा था।
नियमानुसार लाल केस पेपर के साथ मरीज और डायरी का होना जरूरी है। मरीज और डायरी को चेक करने के बाद ही विंडो पर प्रिस्क्रिप्शन लिखा जाता है। डायरी में दवा और दूसरे हिसाब होते हैं। स्मीमेर अस्पताल में लाल केस पेपर के साथ गोडादरा के अशोक नामक युवक को पकड़ा गया है। हालांकि पूछताछ करने के बाद उसे छोड़ दिया गया। सूत्रों ने बताया कि युवक पिछले काफी समय से स्मीमेर अस्पताल में संदिग्ध हालत में घूम रहा था और दूसरे मरीज का केस पेपर लेकर आता था और विंडो से प्रिस्क्रिप्शन लिखवा कर ले जाता था। स्मीमेर अस्पताल के कुछ कर्मचारियों के साथ युवक की मिलीभगत भी सामने आई है। इसकी बारीकी से जांच की जाए तो कई नाम सामने आ सकते हैं। आरएमओ डॉ. जयेश पटेल ने बताया कि विंडो पर काम करने वाले और केस पर प्रिस्क्रिप्शन लिखने वाले कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। इसकी जांच करने के बाद दंडनीय कार्रवाई की जाएगी।