नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के दो चरणों में मतदान हो चुका है। दोनों चरणों में कम मतदान से भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व टेंशन में है। 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में अब तक 16 सीटों पर मतदान हो चुका है। ये सभी सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हैं। कम मतदान से किसे नुकसान होगा, कहना मुश्किल है। कोई भी दल यह दावा करने की स्थिति में नहीं है कि उसे बढ़त मिल रही है।
लंबे समय तक उत्तर प्रदेश में काम कर चुके अमित शाह कम वोटिंग को लेकर अलर्ट हो गए हैं। अमित शाह रविवार को उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं और एटा, मैनपुरी और इटावा में जनसभा को संबोधित करेंगे। अमित शाह मैनपुरी में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिम्पल यादव के खिलाफ वोट मांगेंगे। मैनपुरी सीट भाजपा के लिए इसलिए भी खास हो गई कि क्योंकि भाजपा ने 2019 में कन्नौज से डिम्पल यादव को हराया था।
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में तीन रैलियां करने के बाद अमित शाह शाम को कानपुर में भाजपा नेताओं के साथ खास बैठक करेंगे। इसमें तीसरे और चौथे चरण में होने वाले मतदान पर मंथन होगा। केंद्रीय मंत्री शाह तीसरे-चौथे चरण के मतदान की तैयारियों का भी जायजा लेंगे। इसके बाद नेताओं के साथ कम वोटिंग पर चर्चा करेंगे। तीसरे और चौथे चरण में 22 सीटों पर मतदान होने वाला है। इसमें मैनपुरी और कन्नाैज की सीटें भी शामिल हैं। कन्नौज से अखिलेश यादव और मैनपुरी से डिम्पल यादव चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा दोनों नेताओं को हराने की फिराक में है, यही कारण है कि अमित शाह खुद मैदान में उतर गए हैं।
कानपुर में होने वाली बैठक में लोकसभा कन्वीनर, प्रभारी से लेकर िवस्तारकों तक को बुलाया गया है। अमित शाह एक-एक सीट की रिपोर्ट लेंगे। पार्टी और संगठन से जुड़े 300 नेताओं को आमंत्रण भेजा गया है। बैठक में इस बात पर फोकस किया जाएगा कि वोटर्स को बूथ तक कैसे पहुंचाया जाए।