नई दिल्ली। सूरत लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल के निर्विरोध चुने जाने पर नया विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत करके सूरत में दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मुकेश दलाल को अनुचित तरीके से विजेता घोषित किया गया। पार्टी ने दावा किया है कि भाजपा व्यापारी समुदाय से डर गई है, इसके चलते सूरत लोकसभा सीट पर “मैच फिक्सिंग’ की कोशिश की है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के अन्याय काल में लघु, एमएसएमई और व्यापारी वर्ग परेशान है। उनके गुस्से से भाजपा इतनी डर गई कि उसे सूरत लोकसभा सीट पर मैच फिक्सिंग करनी पड़ी। हमारा चुनाव, लोकतंत्र, बाबा साहब अांबेडकर का संविधान सब खतरे में है। यह हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है।
कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य चुनाव आयुक्त से मिला
कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों से मिलकर सूरत में दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयुक्त ने मिलने के बाद कहा कि हमने चुनाव आयोग से अपील की है कि सूरत लोकसभा सीट पर चुनाव स्थगित किया जाए। जहां तक संभव हो सके तो वहां दोबारा चुनाव कराए जाएं। इससे स्पष्ट संदेश जाएगा कि गलत धारणा बनाकर आप फायदा नहीं उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह ऐसा मामला नहीं है कि जहां चुनाव याचिका के जरिए फैसला किया जाएगा। सिंघवी ने कहा कि सूरत में चार समर्थकों ने कांग्रेस उम्मीदवार को नोमिनेट किया था। अचानक चारों समर्थकों ने एक साथ एफिडेविड किया कि उनके दस्तखत फर्जी हैं, यह कोई संयोग नहीं है। हमारा उम्मीदवार घंटों तक गायब रहा और जब वह आया तो हमें पता चला कि अन्य सभी उम्मीदवारों ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। हमारे उम्मीदवार का फॉर्म रद्द कर दिया गया है। सिंघवी ने आगे कहा कि अगर आप नहीं चाहते कि इस देश में चुनाव हो और सूरत की सीट थाली में सजाकर दे दी जाए तो फिर चुनाव की क्या जरूरत है?
उधर, कांग्रेस से नामांकन-पत्र रद्द होने के बाद बड़ी खबर आ रही है कि नीलेश कुंभाणी जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं।