वडोदरा। हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहा आरोपी पैरोल पर छूटने के बाद फरार हो गया और 11 साल तक महंत बनकर अपनी पहचान छिपाए रखा। पुलिस की टीम ने आरोपी को जयपुर से गिरफ्तार किया।
अहमदाबाद की अमराई वाड़ी, जादव सेठ की शेरी में रहने वाले बाबूराम पुत्र विदेशिया राम शर्मा ने अगस्त 2008 में पड़ोस में रहने वाले भोलाराम पुत्र दुर्गा प्रसाद शर्मा की ऑटोरिक्शा पार्क करने के मुद्दे पर हुए झगड़े में तलवार से हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था। अमदाबाद, सिटी सेशंस भद्र कोर्ट ने अगस्त 2011 में बाबूराम शर्मा को आरोपी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। आरोपी बाबूराम शर्मा दिसंबर, 2023 में 14 दिन की पैराेल पर जेल से छूटकर आने के बाद फरार हो गया था। इसके बाद से आरोपी का कुछ पता नहीं चला था। इसी बीच पुलिस को खुफिया सूचना मिली कि बाबूराम गुजरात छोड़कर उत्तर प्रदेश चला गया है और अयोध्या में हेयर कटिंग की दुकान चला रहा है। आरोपी बाबूराम शर्मा पुलिस को चकमा देने के लिए भेष बदलकर रहता था। इसी बीच पुलिस को पता चला कि आरोपी पंजाब-हरियाणा में है। पुलिस ने वहां भी तलाश की, किंतु कुछ पता नहीं चला। इसी बीच पुलिस को ठोस सूचना मिली कि बाबूराम शर्मा जयपुर में कर्मकांडी महंत बनकर रह रहा है। पुलिस ने जयपुर में आरोपी की तलाश शुरू की। पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर साधुओं के आश्रमों में खोजबीन शुरू की, तभी पुलिस को सूचना मिली कि महंत शंकर नारायण ब्राह्मण न होने के बावजूद कर्मकांड करवाता है। पुलिस ने बाबूराम शर्मा को जामडोली गांव में एक मकान की वास्तु पूजा कराते समय गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी को जयपुर से वडोदरा लाने के बाद जेल के हवाले कर दिया।