वडोदरा। अमेरिका में टेबल टेनिस खेल को लोकप्रिय बनाने का श्रेय वडोदरा के मूल निवासी राजुल सेठ को दिया जाता है। राजुल सेठ 20 साल पहले वडोदरा छोड़कर अमेरिका में जाकर बस गए थे। वे अब तक अमेरिका में 10 हजार से ज्यादा टेबल टेनिस खिलाड़ी तैयार कर चुके हैं। इस साल 26 जुलाई से पेरिस में शुरू हो रहे ओलंपिक गेम्स में अमेरिका से क्वालीफाई हुए दो खिलाड़ियों को भी राहुल सेठ ने ही ट्रेनिंग दी है।
राजुल सेठ ने अपने वडोदरा दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 1994 में मैं टेबल टेनिस में पुरुष एकल में गुजरात चैंपियन था। मैं 2003 में अमेरिका चला गया। मैं अब अमेरिका में दुनिया का सबसे बड़ा टेबल टेनिस प्रोग्राम चलाता हूं। इसमें ट्रेनिंग लेने वाले 3 खिलाड़ी 2012 में लंदन ओलंपिक, 2016 में 4 खिलाड़ी रियो ओलंपिक, 2020 में 4 खिलाड़ी जापान ओलंपिक में क्वालीफाई हुए थे। राहुल सेठ ने बताया कि इस योगदान के बदले अमेरिका ने उन्हें अवॉर्ड देकर सम्मानित किया था। राजुल सेठ ने बताया कि मेरा 18 साल का बेटा वेद सेठ अमेरिका में टेबल टेनिस में नंबर-2 रैंक का खिलाड़ी है।