भरूच। चैत्र अमावस्या पर 8 अप्रैल से नर्मदा परिक्रमा शुरू होगी। यह परिक्रमा एक महीने तक चलेगी। नर्मदा ही एकमात्र ऐसी पवित्र नदी है, जिसकी परिक्रमा होती है। नर्मदा परिक्रमा का धार्मिंक ग्रंथों में भी उल्लेख है। नर्मदा परिक्रमा में देशभर से लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे। नर्मदा परिक्रमा की तैयारी शुरू कर दी गई है। नर्मदा की कलेक्टर श्वेता तेवतिया अौर पुलिस अधीक्षक प्रशांत सुंबे, जिला विकास अधिकारी समेत टीम ने गुरुवार को नर्मदा परिक्रमा रूट का जायजा लिया। कलेक्टर ने तिलकवाड़ा में बैठक करके अधिकारियों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। इसके साथ ही शहराव और तिलकवाडा के बीच नदी पर अस्थायी पुल बनाने की मंजूरी दी गई। पुल का निर्माण स्वैच्छिक संगठनों की ओर से किया जाएगा। अस्थायी पुल बनने के बाद श्रद्धालु आसानी से नदी पार कर सकेंगे। इसके अलावा रेंगण गांव के पास कीडी-मकोडा घाट पर नाव आदि व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। नर्मदा नदी में मगरमच्छ की संध्या अधिक है। नाव में सैर करने वाले श्रद्धालुओं को मगर से खतरा हो सकता है। इसके लिए वैकल्पिक रूट बनाने पर जोर दिया गया।