राजकोट। राजकोट के भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला की बयानबाजी काे लेकर उठा विवाद अभी शांत नहीं हुआ है। रूपाला ने भले ही माफी मांग ली हो, पर क्षत्रिय समाज की नाराजगी कम नहीं हुई है। करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत ने गोंडल की बैठक को भाजपा की बैठक बताते हुए बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। शेखावत ने ही रूपाला का टिकट रद्द करने की मांग की थी।
गुरुवार को बोटाद चौक के पास राजपूत समाज भवन में प्रदेश के करीबन 90 क्षत्रिय संगठनों के पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों की बैठक हुई। जिसमें रूपाला के खिलाफ नाराजगी जताते हुए लोकसभा टिकट रद्द करने की मांग की गई। क्षत्रिय समाज का कहना है कि राजनीतिक नेता सुलह की बात करते हैं, लेकिन हमने ऐसा कोई प्रयास नहीं किया है। परषोत्तम रूपाला एक शिक्षित व्यक्ति हैं, उन्होंने भाषण में जो कुछ कहा, वह जानबूझकर कहा। सिर्फ एक वीडियो में माफी मांगने से क्षत्रिय समाज उन्हें माफ करने को तैयार नहीं है। क्षत्रिय समाज की मांग है कि भाजपा उनकी उम्मीदवारी रद्द करे।
बता दें, रूपाला ने गोंडल के गणेशगढ़ में पूर्व विधायक जयराज सिंह की अगुवाई में हुई बैठक में हाथ जोड़कर माफी मांगी थी। बैठक में माैजूद जयराज सिंह समेत भाजपा के क्षत्रिय नेताओं ने कहा था कि रूपाला के माफी मांगने के साथ ही यह विवाद खत्म हो गया।
भाजपा के रवैए को देखते हुए मैने पार्टी से इस्तीफा दिया: शेखावत
राज शेखावत ने एक वीडियो के जरिए कहा कि परषोत्तम रूपाला ने क्षत्रिय समाज की महिलाओं के लिए अपमानजनक बयान दिया है. ऐसे बयान से क्षत्रिय समाज में गुस्सा है। मैंने समाज सेवा और सनातन धर्म के हितों की रक्षा के लिए भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ली। हालांकि बीजेपी के इस रवैये को देखकर मुझे लगता है कि पार्टी से इस्तीफा दे देना चाहिए।