सूरत। स्वच्छता सर्वे में पहले स्थान को बरकरार रखने के लिए सूरत नगर निगम सड़क पर पटाखे फोड़कर गंदगी फैलाने वालों से जुर्माना वसूल रही है। दूसरी अोर शादी एवं अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान सड़क पर चूल्हा जलाकर खाना बनाने और राख-कोयला फैलाने वालों पर चुप्पी साधे हुए है। नगर निगम के इस दोहरे रवैये से शहरवासियों में भारी नाराजगी है। शहर से होकर बहने वाली खाड़ियों(नालों) में उद्याेगों द्वारा कचरा फेंककर गंदगी फैलाई जा रही है। नगर निगम के अधिकारी इसे भी नहीं रोक पा रहे हैं।
नगर निगम खाड़ियों की सफाई और ब्यूटीफिकेशन पर करोड़ो रुपए खर्च कर रही है, वहीं आंजणा फार्म के पास कोयली खाड़ी में आसपास के उद्योगों का कचरा फेंककर गंदगी फैलाई जा रही है। इससे आसपास के रिहाइशी इलाकों में मच्छरजन्य रोग फैलने की संभावना है। नगर निगम को कोयली खाड़ी के आसपास चल रहे उद्योगों पर लगाम लगाने की जरूरत है।
नगर निगम ने हाल ही में वराछा में शादी के दौरान सड़क पर पटाखा फोड़ने पर 5000 रुपए जुर्माना वसूला था। जुर्माना न भरना पड़े इसलिए बाराती पटाखा फोड़ने के बाद खुद ही सड़क की सफाई कर रहे हैं।
वहीं, दूसरी ओर शादी-ब्याह या अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान सड़क पर चूल्हा जलाकर खाना बनाने और राख-कोयला फैलाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। आग जलाकर सड़क खराब करने वालों से जुर्माना क्यों नहीं वसूला जा रहा है इसे लेकर आगामी दिनों में भारी विवाद भी हाे सकता है।
