सूरत। भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं और महिला मोर्चा ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख द्वारा हिन्दु आदिवासी महिलाओं पर अत्याचार करने के विरोध में नानपुरा में मक्कई पुल के पास हाथ में पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश की सीमा पर बसे संदेशखाली में पिछले लंबे समय से तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख हिन्दु आदिवासी महिलाओं पर अत्याचार कर रहा था। टीएमसी नेता ने महिलाओं का यौन शोषण करने के साथ उनकी जमीनों पर भी कब्जा कर लिया है। आरोपी का राज्य सरकार का पूरा संरक्षण प्राप्त था। महिला मुख्यमंत्री ममता बैनजी के शासनकाल में उनके ही प्रदेश की महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
शहर भाजपा अध्यक्ष निरंजन झांझमेरा ने कहा कि ममता बैनर्जी पश्चिम बंगाल में तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति कर रही हैं। यही कारण है कि ऐसी घटनाएं पर आंखें बंद किए हुए हैं। अध्यक्ष झांझमेरा ने आरोपी शाहजहां शेख और उसके समर्थकों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।
विरोध प्रदर्शन में नगर निगम के मेयर दक्षेश मावाणी, भाजपा महामंत्री किशोर बिंदल, महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती शीलाबेन तारपरा, पूर्व मेयर और जगदीशभाई पटेल, भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भारी संख्या में मौजूद रहे।
यौन उत्पीड़न का आरोपी शाहजहां शेख गिरफ्तार, टीएमसी ने 6 साल के लिए पार्टी से निकाला
बता दें, संदेशखाली में महिलाओं से यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोपी टीएमसी नेता शाहजहां शेख को पुलिस ने 29 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया है। वह 55 दिनों से फरार था। वहीं, टीएमसी ने उसे 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। कोलकाता पुलिस ने आरोपी को 10 दिनों की रिमांड पर लिया है। इस पूरे मामले की जांच सीआईडी को सौंपी गई है। शाहजहां शेख को 5 जनवरी को ईडी अधिकारियों पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।