नई दिल्ली। देश में 15 साल बाद फिर से जनगणना करने की अनुमति मिल गई है। यह जनगणना दो चरणों में शुरू की जाएगी। इस बार जनगणना में जाति आधारित जनगणना भी की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक पहले चरण में यानी 1 अक्टूबर 2026 से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड और लद्दाख जैसे पहाड़ी राज्यों समेत केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों में जाति आधारित जनगणना शुरू की जाएगी। उसके बाद दूसरे चरण में 1 मार्च 2027 से मैदानी राज्यों में जनगणना कराई जाएगी।
भारत के आजाद होने के बाद पहली बार जाति आधारित जनगणना कराई जाएगी। जनगणना के साथ ही जाति की भी गणना की जाएगी। पिछले महीने केंद्र सरकार ने जाति आधारित जनगणना कराने की अनुमति दी थी। सबसे खास बात यह है कि 1931 के बाद से भारत में कभी भी जाति आधारित जनगणना नहीं कराई गई है।
देश में हर 10 साल में जनगणना होती है। देश में आखिरी बार 2011 में जनगणना हुई थी। इसके बाद 2021 में जनगणना होने वाली थी, लेकिन कोरोना काल के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। अब सरकार ने 15 साल बाद 2026 में जनगणना कराने का फैसला किया है। देश में जाति आधारित जनगणना की मांग लंबे समय से की जा रही थी, लेकिन अब इस पर अंतिम मुहर लगने के बाद इसकी तारीख भी सामने आ गई है।