तीन साल से युद्ध लड़ रहे रूस और यूक्रेन के बीच तुर्की में शांति वार्ता हुई, जिसमें युद्ध विराम पर कोई फैसला नहीं हुआ, लेकिन दोनों देश मृत सैनिकों की अदला-बदली पर सहमत हो गए हैं। तुर्की के नेतृत्व में यह बैठक इस्तांबुल के ऐतिहासिक सिरागन पैलेस में हुई, जिसमें तीनों देशों के विदेश मंत्री मौजूद थे। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई, हालांकि शर्तों के चलते युद्ध विराम घोषित करने का फैसला फिर टाल दिया गया है। यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री रुस्तम उरुमोव ने किया, जबकि रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व व्लादिमीर मेडेन्स्की ने किया। बैठक में तुर्की के विदेश मंत्री हकन फिदान भी मौजूद थे। इस दौरान रूसी और यूक्रेनी अधिकारियों की टिप्पणियों से संकेत मिला कि युद्ध रोकने के लिए तय की गई शर्तें पूरी होने से कोसों दूर हैं, इसलिए फिलहाल युद्ध विराम असंभव हो गया है।
लिथुआनिया की राजधानी विलनियस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि तुर्की की मदद से यूक्रेन-रूस ने दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया है। अब हम युद्धबंदियों को रिहा करने के लिए नई तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले 16 मई को इस्तांबुल में एक बैठक हुई थी, जिसमें दोनों देशों ने 1000-1000 युद्धबंदियों को रिहा किया था। अब एक बड़े आदान-प्रदान की तैयारी की जा रही है। यूक्रेन ने जबरन ले जाए गए बच्चों की सूची भी रूस को दी है। यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस को जबरन ले जाए गए यूक्रेनी बच्चों को वापस करना चाहिए। यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लगातार उठाया जा रहा है।
रूस-यूक्रेन 6,000 सैनिकों के शवों की अदला-बदली पर सहमत, युद्धविराम पर संशय
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