अहमदाबाद। पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुजरात की जलवायु में परिवर्तन आया है। राज्य में लगातार तीसरे दिन बेमौसम बारिश हो रही है। मंगलवार, 6 मई को अमरेली जिले के डूंगर मंडल के बालापार मसुंदरा सहित कई गांवों में हवा के साथ बारिश हुई। सूरत में भी बूंदाबांदी हुई है। अरावली जिले में आज बेमौसम बारिश हुई, इस दौरान बयाद रेलवे फाटक के पास तेज हवाओं के कारण पेड़ गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई।
भावनगर में बेमौसम बारिश के साथ ओले भी पड़े। महुवा तहसील के कोटिया, कलमोदर और बागदाना में ओलावृष्टि के साथ बेमौसम बारिश हुई। लगातार दूसरे दिन ओलावृष्टि के कारण कृषि फसलें नष्ट हो गईं। प्याज और आम सहित किसानों की फसलों को व्यापक नुकसान होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों तक राज्य में तेज हवाएं चलने और गरज के साथ बारिश होने का अनुमान जताया है। कच्छ और बनासकांठा जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। राज्य सरकार ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। इसके अलावा किसानों को सतर्क रहने के दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। खेतों में पड़ी फसलों को भीगने से बचाने के लिए एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
बारिश के साथ तेज हवाएं चलने से हालात और िबगड़ गए। राज्यभर में अलग-अलग घटनाओं में 26 पशुओं और 14 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 16 लोग घायल हुए हैं। दूसरी ओर, कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। खेड़ा जिले में 4 मौतें हुई हैं, जबकि वडोदरा शहर में 3, अरावली और दाहोद में 2-2, अहमदाबाद के वीरमगाम और दस्करोई में 1-1 और आणंद में 1 व्यक्ति की मौत हुई है।
मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों तक राज्य में तेज हवाएं चलने और गरज के साथ बारिश होने का अनुमान जताया है। कच्छ और बनासकांठा जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। राज्य सरकार ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। इसके अलावा किसानों को सतर्क रहने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। खेतों में पड़ी फसलों को भीगने से बचाने के लिए एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।