नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरा देश सदमे में है। देशभर में लोग आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ऐसे में अमेरिका ने आतंकियों को पकड़ने में मदद करने को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
अमेरिका ने कहा है कि वह आतंकवादियों को पकड़ने में भारत की मदद करेगा। यूएस डीएनआई (डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस) तुलसी गबार्ड ने सोशल मीडिया (X) हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा- हम इस भीषण इस्लामिक आतंकवादी हमले के बाद भारत के साथ मजबूती से खड़े हैं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के प्रति हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। हम आपके साथ हैं और हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने में आपकी सहायता करेंगे। भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र की ओर से एक बयान जारी किया गया है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि दोनों देशों को इस स्थिति में संयम बरतने और बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से इस मुद्दे को सुलझाने की जरूरत है। यह स्थिति इस समय गंभीर है और हम इस पर नजर रखे हुए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा- हम पहलगाम में 26 हिंदुओं को निशाना बनाकर किए गए भीषण इस्लामी आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत के साथ एकजुटता से खड़े हैं। मेरी प्रार्थनाएं और गहरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के सभी लोगों के साथ हैं। हम आपके साथ हैं और इस जघन्य हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने में आपका समर्थन करते हैं।
भारत और पाकिस्तान में तनाव के बीच ईरान ने मध्यस्थता की पेशकश की, कहा- दोनों देशों के साथ अच्छे संबंध
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। दुनियाभर के कई देशों ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में भारत को समर्थन देने का आश्वासन दिया है। ऐसे में अब ईरान ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश की है। ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराघची ने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति और स्थिरता को प्राथमिकता देते हुए कहा है कि दोनों देशों के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं। हम ईरान को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं क्योंकि दोनों देशों के साथ उसके सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंध हैं। ईरान ऐसे कठिन समय में मध्यस्थता के लिए तैयार है।