मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) कड़ी मेहनत कर रहा है ताकि इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में आउट-नॉट-आउट या अन्य निर्णयों में गलती की कोई गुंजाइश न रहे। बीसीसीआई ने शॉर्ट बॉल नो बॉल है या वाइड के लिए एक नया तरीका खोज लिया है।
माैजूदा समय में आईपीएल में एक गेंदबाज एक ओवर में 2 बाउंसर फेंक सकता है। एक ही ओवर में तीसरी शॉर्ट गेंद को नो-बॉल घोषित कर दिया जाता है। गौरतलब है कि आईपीएल 2024 में खिलाड़ी की कमर की ऊंचाई मापकर नो बॉल का पता लगाने की नई तकनीक ईजाद की गई थी। अब बोर्ड उस दिशा में नया कदम उठाने जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, जब बल्लेबाज क्रीज के अंदर खड़ा होगा तो उसकी कमर, कंधे और सिर की ऊंचाई मापी जाएगी। यह डेटा सिस्टम में अपलोड किया जाएगा, जिसका उपयोग हॉक-आई ऑपरेटर द्वारा किया जाएगा। यह ऑपरेटर तीसरे अम्पायर के साथ बैठता है। इससे कमर की ऊंचाई वाली फुलटॉस गेंद, बाउंसर, नो बॉल और वाइड बॉल का पता लगाया जा सकेगा। खिलाड़ियों से एकत्रित डेटा से बल्लेबाजी करते समय फुल-टॉस गेंद और अन्य निर्णय लेने में मदद मिलेगी।