नई दिल्ली। मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हमार और जोमी समुदायों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। फिलहाल जिले में भारी पुलिस तैनाती के साथ कर्फ्यू लगा दिया गया है। बताया जाता है कि 18 मार्च की शाम को जोमी समुदाय ने अपने समुदाय का झंडा फहराया, जिसका हमार समुदाय ने विरोध किया और फिर हिंसा भड़क उठी। झड़प में सैलमत गिलगालवांग निवासी 53 वर्षीय लालरोपुई पखुमाते की मौत हो गई।
घटना के दौरान कई हमार नेताओं पर हमला किया गया, जिससे तनाव बढ़ गया और पुलिस ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कर्फ्यू लगा दिया। मंगलवार को हमार इम्पुई मणिपुर और जोमी काउंसिल के बीच शांति बनाए रखने के लिए समझौता हुआ, हालांकि स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। एक तरफ जिला प्रशासन ने चुराचांदपुर में कर्फ्यू लगा दिया है, वहीं दूसरी तरफ जोमी स्टूडेंट्स फेडरेशन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है। उपायुक्त धरुण कुमार ने लोगों से कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा शांति बनाए रखने की सार्वजनिक अपील की है। दो समुदायों के बीच विवाद के बाद सुरक्षा बलों ने चुराचांदपुर में तलाशी शुरू कर दी है और स्थिति को नियंत्रण में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
दरअसल, यह विवाद 17 मार्च को हमार समुदाय के नेता रिचर्ड हमार पर हुए हमले के बाद शुरू हुआ। हमार इम्पुई मणिपुर और जोमी परिषद ने हमले के मुद्दे को आदिवासी प्रथागत कानून के अनुसार हल करने का फैसला किया। चुराचांदपुर और फैजल जिलों के छह विधायकों ने भी शांति बनाए रखने की अपील की है।