गांधीनगर। आज मंगलवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान आदिवासी समाज के छात्रों की छात्रवृत्ति बंद करने के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। विधायकों ने विधानसभा भवन के बाहर सरकार विरोधी प्रदर्शन किया।
विधायक डॉ. तुषार चौधरी ने कहा कि इसे केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से शुरू किया गया था। यह छात्रवृत्ति प्रबंधन कोटे के तहत दी जाती थी, जिसे अब राज्य सरकार ने बंद कर दिया है। जब इस योजना के बारे में पूछा गया तो सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया और चुप रही। हमारी मांग है कि सरकार जवाब दे कि यह योजना को फिर से शुरू करना चाहती है या नहीं। आम आदमी पार्टी के विधायक चैतर वसावा ने कहा कि भाजपा सरकार ने 28 अक्टूबर 2024 को इस योजना को बंद करने का निर्णय लिया है। हमारी मांग करते हैं कि सरकार आदिवासी समाज के लिए छात्रवृत्ति फिर से शुरू करे। कांग्रेस विधायक
अनंत पटेल ने कहा कि भाजपा सरकार को आदिवासी समुदाय का शिक्षित होना पसंद नहीं है, सरकार को आदिवासी समुदाय का आगे आना पसंद नहीं है। जनजातीय समुदायों के छात्रों की छात्रवृत्ति बंद होने से प्रबंधन कोटे के तहत अध्ययन कर रहे लगभग 60,000 छात्रों की शिक्षा ठप्प हो गई है।