प्रयागराज। महाकुंभ में माघ पूर्णिमा स्नान को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ क्षेत्र के साथ ही शहर व जिले के सभी अस्पताल हाई अलर्ट पर रहेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल, थल और वायु पर नजर रखी जा रही है, जिसके तहत 133 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं, जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में तत्काल राहत पहुंचाएंगी। 125 एम्बुलेंस के अलावा सात रिवर एम्बुलेंस और एक एयर एम्बुलेंस को विशेष रूप से तैनात किया गया है।
महाकुंभ में माघ पूर्णिमा को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है, जिसके तहत 11 फरवरी को सुबह 4 बजे से संपूर्ण मेला क्षेत्र को नो व्हिकल जोन घोषित किया गया है। इसके अलावा महाकुंभ में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन को पार्क करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। महाकुंभ मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश और निकासी पर प्रतिबंध कल्पवासियों के वाहनों पर भी लागू होगा।
महाकुंभ क्षेत्र के हर सेक्टर में अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं की व्यवस्था की गई है। छोटे ऑपरेशन से लेकर बड़ी सर्जरी तक की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। महाकुंभ मेले के नोडल चिकित्साधिकारी डॉ. गौरव दुबे ने बताया कि योगी सरकार की आपातकालीन सेवाएं विशेषकर एंबुलेंस सेवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस दौरान महाकुंभ क्षेत्र में 2000 से अधिक चिकित्साकर्मी तैनात रहेंगे, जबकि स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल में 700 से अधिक चिकित्साबल हाई अलर्ट पर रहेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसआरएन अस्पताल में 250 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। वहीं, आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 200 यूनिट रक्त भी यहां सुरक्षित रखा गया है। इस बीच, महाकुंभनगर के 500 बिस्तरों की क्षमता वाले सभी 43 अस्पतालों को भी पूरी तरह अलर्ट पर रखा गया है।
श्रद्धालुओं की सेवा के लिए आयुष विभाग के 150 चिकित्सा कर्मियों के साथ-साथ 30 विशेषज्ञ डॉक्टर भी तैनात किए गए हैं। इसमें एम्स दिल्ली और बीएचयू के चिकित्सा विशेषज्ञ भी सतर्कता बरतेंगे। डॉ. गिरीश चंद्र पांडे ने बताया कि क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. मनोज सिंह के नेतृत्व में टीम श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 24 घंटे सतर्क रहती है।