प्रयागराज। महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में दूसरा अमृत स्नान होगा। मेला प्रशासन दूसरे अमृत स्नान की तैयारी में जुट गया है। महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को पहले से ज्यादा दुरुस्त किया जा रहा है। मौनी अमावस्या पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के गंगा में डुबकी लगाने की संभावना है। महाकुंभ में अब तक 9 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा चुके हैं। महाकुंभ का पहला अमृत स्नान 14 जनवरी, मकर संक्रांति को था। महाकुंभ में तीसरा अमृत स्नान बसंत पंचमी पर 3 फरवरी को होगा।
मौनी अमावस्या को माघी अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन का खास महत्व है, क्योंकि इस दिन लोग मौन रहते हैं और पितरों का तर्पण करते हैं। मान्यताओं के अनुसार इस दिन पितरों का तर्पण करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है। इसके अलावा यह भी मान्यता है कि इस दिन मौन रखने से कार्यों में सफलता मिलती है और जीवन में खुशहाली आती है। इस दिन पितृ तर्पण करने और दान करने से ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है।