अहमदाबाद। सूरत में छात्रा की आत्महत्या के बाद अहमदाबाद के शिक्षाधिकारी ने स्कूलों परिपत्र जारी कर छात्रों को फीस के लिए परेशान न करने की सख्त चेतावनी दी है। कोई भी स्कूल इस परिपत्र का उल्लंघन करता है या इसकी शिकायत प्राप्त होती है और वह सही पाई जाती है तो उसके खिलाफ नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
अहमदाबाद डीईओ ने परिपत्र जारी करके कहा कि स्कूलों में बच्चों के समग्र विकास के लिए काम किया जाता है। ऐसे महान कार्य में भागीदार बनना प्रत्येक स्कूल का लक्ष्य होना चाहिए। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि शिक्षक बच्चों की शिक्षा के लिए अच्छा वातावरण उपलब्ध कराएं। कुछ स्कूल छात्रों की फीस बकाया होने पर उन्हें परीक्षा देने की अनुमति नहीं देते, हॉल टिकट जारी नहीं करते, रिजल्ट जारी नहीं करते आदि। इसके अलावा, स्कूल बार-बार छात्रों के सामने फीस भुगतान का मुद्दा रखते हैं, जिससे उनके नाजुक दिमाग पर असर पड़ता है। सभी स्कूलों को अभिभावकों के समक्ष बकाया फीस प्रस्तुत करनी होगी। परिपत्र में कहा गया है कि सभी स्कूल अपने शिक्षकों को इस परिपत्र का अध्ययन करवाएं और आवश्यक सुझाव दें। सभी शिक्षकों को भी सूचित किया जाना चाहिए ताकि स्कूलों में ऐसी कोई घटना न घटे। स्कूल और शिक्षक बच्चों के लिए आदर्श होते हैं और यदि वे इस तरह का व्यवहार करते हैं तो इसका बच्चों के मानस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस तरह बच्चा मानसिक बीमारी का भी शिकार हो सकता है। बता दें, हाल ही में सूरत के गोडादरा इलाके में फीस न भरने के कारण स्कूल छात्रा को परेशान कर रहे थे, उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिए। इससे तनाव में आकर छात्रा ने आत्महत्या कर ली।