अमरेली। अमरेली चिट्ठी कांड मामले में गिरफ्तार पाटीदार युवती पायल गोटी को न्याय दिलाने के लिए राजनीतिक और सामाजिक नेता आगे आए हैं। 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद परेश धानाणी आज से अमरेली के राजकमल चौक पर 24 घंटे के लिए ‘नारी स्वाभिमान आंदोलन’ पर बैठे हैं।
पूर्व विपक्षी नेता परेश धानाणी ने आमरण अनशन शुरू किया है। इस आंदोलन में पूर्व विधायक ललित वसोया सहित कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक मौजूद हैं। पायल गोटी के लिए न्याय की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कड़ी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पूर्व प्रतिपक्ष नेता परेश धानाणी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पाटीदार युवती को न्याय दिलाने की मांग की है। उन्होंने फर्जी चिट्ठी कांड में फंसी पायल गोटी के निर्दोष होने की बात की। परेश धानाणी ने कहा कि पायल गोटी को पुलिस ने अवैध रूप से 16 घंटे तक हिरासत में रखा और बेरहमी से उसकी पिटाई की। पाटीदार युवती पायल गोटी की सार्वजनिक रूप से जुलूस निकालने वालों को आज रिहा कर दिया गया तो कल न मेरी बेटी सुरक्षित रहेगी और न ही आपकी बेटी। उन्होंने आगे कहा कि जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को अगले 24 घंटे के भीतर बर्खास्त किया जाना चाहिए। बेटी को बेल्ट से पीटने वालों के शरीर से बेल्ट उतारकर बेटी को न्याय दिलाइए। परेश धानाणी ने 24 घंटे के भीतर कार्रवाई नहीं किए जाने पर गुरुवार सुबह 10 बजे से जिला पुलिस अधीक्षक के खिलाफ 24 घंटे के अनशन करने की धमकी दी थी। 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद परेश धानाणी आज सुबह से नारी स्वाभिमान आंदोलन पर बैठे हैं।
ये है मामला:
अमरेली में तहसील पंचायत अध्यक्ष किशोर कानपरिया के नाम वाला एक फर्जी लेटरपैड सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। कानपरिया ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी और केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल को पत्र लिखकर घटना की जानकारी दी थी। फर्जी लेटरहेड पर विधायक कौशिक वेकारिया के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद वेकारिया के समर्थक गांधीनगर पहुंच गए थे। पूरा मामला जिला पुलिस अधीक्षक तक पहुंचने के बाद स्थानीय अपराध शाखा और साइबर क्राइम पुलिस की टीम द्वारा जांच की गई। पुलिस ने एक विधायक को बदनाम करने की साजिश रचने के मामले में भाजपा के पूर्व पदाधिकारी और एक पाटीदार युवती समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया था।