अहमदाबाद। वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा वर्ष 2023 में प्रदेश में भेड़िया आबादी की गणना की गई, जिसमें प्रदेश के 13 जिलों में 222 भेड़िये पंजीकृत किये गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 80 भेड़िये भावनगर जिले में पंजीकृत हुए हैं। इसके अलावा नर्मदा जिले में 39, बनासकांठा में 36, सुरेंद्रनगर में 18, जामनगर और मोरबी में 12-12 और कच्छ जिले में 09 भेड़िये पाए गए हैं। इसके अलावा, पोरबंदर, मेहसाणा, नवसारी, पाटण, अरावली और सूरत जिलों में भी भेड़ियों के होने की सूचना मिली है।
राज्य में भेड़ियों के लिए उपयुक्त आवास दर्शाने वाले भारतीय भेड़ियों के आवासों के मानचित्रों का एक एटलस ‘गिर’ फाउंडेशन और गुजरात वन विभाग के सहयोग से तैयार किया गया है। यह एटलस भारतीय भेड़ियाे के लिए चल रहे संरक्षण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘गिर’ फाउंडेशन में उपलब्ध रिमोट सेंसिंग और जीआईएस जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग करके तैयार किए गए एटलस को 25 दिसंबर, 2024 को ‘सुशासन’ दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और वन मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में लॉन्च किया गया है। भेड़िये मुख्यतः गुजरात के जंगली और रेगिस्तानी इलाकों में पाए जाते हैं। यह जानवर आश्रय वाले और जंगली इलाकों में रहता है।