अहमदाबाद। सुशासन दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार ने लोगों को राहत देने का फैसला किया है। राज्य के ऊर्जा मंत्री कनु देसाई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि बिजली के फ्यूल चार्ज में 40 पैसे प्रति यूनिट की कटौती की गई है। अक्टूबर 2024 से दिसंबर 2024 तक लगने वाले ईंधन अधिभार में 40 पैसे की कटौती की गई है, जो अगले संशोधन तक जारी रहेगी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि फ्यूल सरचार्ज में 40 पैसे की कटौती के परिणामस्वरूप अक्टूबर से दिसंबर 2024 के दौरान राज्य के लगभग 1.75 करोड़ उपभोक्ताओं को बिजली खपत पर लगभग 1,120 करोड़ रुपये का फायदा होगा।
गुजरात विद्युत नियामक आयोग द्वारा अनुमोदित ईंधन अधिभार फॉर्मूले के अनुसार अप्रैल-2024 से सितंबर 2024 के त्रैमासिक में बिजली के भावों में हुए बदलाव के अनुसार
राज्य के स्वामित्व वाली बिजली वितरण कंपनी उपभोक्ताओं से 2.85 प्रति यूनिट ईंधन अधिभार (FPPPA) वसूलती थी।
राज्य सरकार का दावा है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान उचित एवं कुशल विद्युत क्रय प्रबंधन तथा स्थिर विद्युत क्रय दरों को ध्यान में रखते हुए उपभोक्ताओं के हित में ईंधन अधिभार की दर में 40 पैसे प्रति यूनिट की कटौती की गई है। 1 अक्टूबर 2024 से उपभोक्ताओं को चालू तिमाही में बिजली खपत पर 40 पैसे प्रति यूनिट का फायदा मिलेगा। वहीं, आम लोगों का कहना है कि सरकार के दावे खोखले हैं, 40 पैसे की कटौती महंगाई से परेशान जनता के साथ मजाक है।
ऊर्जा मंत्री कनु देसाई ने कहा कि अक्टूबर से दिसंबर 2024 की अवधि में फ्यूल सरचार्ज की दर 2.85 से घटाकर 2.45 रुपए प्रति यूनिट वसूला जाएगा।