अहमदाबाद। गुजरात हाईकोर्ट ने राज्यभर में तहसील फैमिली कोर्ट के लिए डिजिटल हाइब्रिड सुनवाई प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। अब तहसील स्तर पर फैमिली कोर्ट के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म (दूरस्थ न्यायनिर्णयन न्यायालय) शुरू किया गया है। किसी भी पक्षकार या वकील को जिला मुख्यालय या तहसील क्लस्टर मुख्यालय पर मामला दायर करने के लिए लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा और वे जहां हैं वहीं से सीधे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से अपना मामला दर्ज कर सकते हैं। इसके साथ ही गुजरात हाईकोर्ट तहसील स्तर पर फैमिली कोर्ट में डिजिटल हाइब्रिड सुनवाई मंच प्रदान करने वाला देश का पहला उच्च न्यायालय बन गया है। गुजरात हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस सुनीता अग्रवाल समेत महानुभावों की मौजूदगी में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत द्वारा फैमिली कोर्ट के इस हाईब्रिड प्लेटफॉर्म का उद्घाटन किया गया।
गुजरात बार काउंसिल की वित्त समिति के अध्यक्ष अनिल सी. केला ने बताया कि राज्य में 73 तहसील फैमिली कोर्ट के समूह, जिसमें फैमिली कोर्ट के न्यायाधीश महीने के दौरान अलग-अलग दिनों और तारीखों पर विभिन्न तहसील फैमिली कोर्ट की अध्यक्षता करेंगे। वे हाइब्रिड और ऑनलाइन सुनवाई करेंगे। इस नई योजना में गुजरात स्कैनिंग वर्कफ़्लो ऑटोमेशन सिस्टम के उद्घाटन के साथ-साथ तहसील फैमिली कोर्ट में डिजिटल मामले दायर करने के लिए अधिकृत स्कैन वर्जन की सुविधा उपलब्ध होगी।
उन्होंने आगे कहा कि इस हाइब्रिड सिस्टम के रूप में संबंधित पीठासीन अधिकारी या न्यायाधीश किसी भी तहसील अदालत से ऑनलाइन सुनवाई कर सकेंगे। इसके लिए सभी तहसील फैमिली कोर्ट को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, जिससे अब अधिवक्ता-पक्षकारों के लिए निर्बाध वर्चुअल सुनवाई शुरू हो गई है।