इंदौर। इंदौर से एक चाैंकाने वाली खबर सामने आई है। हाल में इंदौर को भिक्षुक मुक्त करने का अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच अधिकारी एक महिला भिक्षुक का रेस्क्यू करने पहंुचे तो उसने अपनी साड़ी में इतना कैश छिपा रखा था, कि उसे देखकर अधिकारियों की आंखें भी चौंधिया गईं। इस दौरान पुलिस अधिकारी महिला की साड़ी में छिपाकर रखे एक से 500 तक के नोट देखकर दंग रह गए। महिला की साड़ी से नोट ही नोट निकले। पूछताछ में महिला ने बताया कि यह उसकी एक सप्ताह की कमाई है।
महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने हिसाब लगाया कि भिक्षुक महिला इस हिसाब से महीने में करीबन 3 लाख और 36 लाख रुपए सालाना कमाती होगी। हालांकि, अधिकारियों ने भिक्षुक महिला को रेस्क्यू करके उज्जैन के सेवाश्रम में भेज दिया है। वाकया राजवाड़ा के नजदीक शनि मंदिर के पास का है, जहां महिला की साड़ी से 75 हजार रुपए मिले हैं।
महिला बाल विकास अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया कि शहर में भिक्षा वृत्ति करने वालों को पकड़कर उज्जैन के सेवाश्रम में भेजा जा रहा है। इसके लिए 14 टीमें बनाई गई है। यह टीम अब तक कई भिखारियों को पकड़कर उज्जैन भेज चुकी है।