सूरत। फर्जी डॉक्टर बनाने का कारखाना चलाने वाले रसेष गुजराती समेत तीनों आरोपियाें को पुलिस ने पांडेसरा में जुलूस निकालकर सड़क पर घुमाया। पांडेसरा पुलिस ने स्पेशल ऑपरेशन चलाते हुए फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने पांडेसरा में तीन क्लिनिक पर दबिश देकर वहां से इलेक्ट्रो होमियोपैथिक और एलोपैथिक दवाएं, सिरप, इंजेक्शन बरामद किया था। पुलिस ने बीईएमएस की फर्जी डिग्री देने वाले मुख्य तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके रिमांड पर लिया है। उनसे कड़ाई से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान आरोपियांे ने बताया कि गोपीपुरा, रत्नसागर स्कूल के पास गोविंद प्रभा स्वास्थ्य केंद्र में इलेक्ट्रो होमियोपैथी का कोर्स चलाया जा रहा था। वहीं से 10-12वीं पास युवकों से पैसे लेकर बीईएमएस की फर्जी डिग्री दी जा रही थी। रसेष गुजराती, बीके रावत और इरफान सैयद युवकों से सर्टीफिकेट देने के लिए 70 से 75 हजार रुपए वसूलते थे। पुलिस तीनों आरोपियों के बैंक अकाउंट जांचने की योजना भी बना रही है। इसके अलावा नकली डिग्री लेकर डॉक्टरी की दुकान चलाने वाले 1500 युवकों की भी खोजबीन की जा रही है। पांडेसरा पुलिस शनिवार को रसेष गुजराती, बीके रावत और इरफान को पांडेसरा में कैलाश चौराहा एवं आसपास के इलाकों में जांच करने के लिए लेकर गई थी। पुलिस ने तीनों का जुलूस निकालकर कानून का पाठ पढ़ाया।