पाटण। जिले में नवजात शिशु की सौदेबाजी का भंडाफोड़ हुआ है। झोलाछाप डॉक्टर और फार्मासिस्ट ने मिलकर नवजात बच्चे को 1 लाख, 20 हजार में बेच दिया। एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) ने सांतलपुर तहसील के कोरडा गांव के सुरेश ठाकोर नामक फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में पता चला कि फर्जी डॉक्टर सुरेश ठाकोर ने एक नवजात शिशु का सौदा 1 लाख, 20 हजार में किया था। नीरव मोदी नामक व्यक्ति द्वारा थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार पाटण के निश्का अस्पताल में मेडिकल स्टोर चलाने वाले नरेंद्र दर्जी ने उनसे कहा कि अस्पताल में कई अनाथ बच्चे हैं, चाहो तो उन्हें गोद ले सकते हो। नीरव मोदी अनाथ बच्चे को गोद लेने के लिए तैयार हो गया। कुछ दिन बाद निश्का हॉस्पिटल में काम करने वाले अमरत रावल ने नीरव मोदी को फोन किया और कहा कि एक अनाथ बच्चा आया है। नीरव मोदी अस्पताल में जाकर देखा तो एक बच्चा आईसीयू में रखा गया था। नीरव मोदी तुरंत उसे गोद लेने को तैयार हो गया। इसके बाद बच्चे की सौदेबाजी शुरू की गई और 1 लाख 20 हजार रुपए में बात पक्की हो गई। खाेजबीन के बाद पता चला कि इस बच्चों को सांतलपुर के कोरडा गांव में रहने वाला झोलाछाप डॉक्टर सुरेश ठाकोर लेकर आया था।
डील के अनुसार नीरव मोदी 50 हजार रुपए देकर बच्चा ले गया। बाकी रकम जन्म प्रमाण पत्र के बाद देने की बात तय हुई थी। कुछ दिन बाद बच्चे के सिर में पानी भरने की बात सामने आई तो नीरव मोदी ने बच्चे को लेने से इनकार कर दिया और पैसे वापस मांगने लगा। इसके बाद फर्जी डॉक्टर सुरेश ठाकोर बच्चे को वापस ले गया। हालांकि, पैसे नहीं लौटाने पर नीरव मोदी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। बाल तस्करी के इस मामले में निश्का हॉस्पिटल में मेडिकल चलाने वाले फार्मासिस्ट नरेंद्र दर्जी और अमरत रावल का नाम भी सामने आया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।