मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस्तीफा दे दिया है। नाना पटोले ने चुनाव में खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली है। नाना पटोले का इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। वह पार्टी अध्यक्ष के रूप में काम करते रहेंगे। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में महाराष्ट्र कांग्रेस में दरार और तेज हो सकती है। राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत नेताओं ने इन नतीजों की विस्तार से समीक्षा करने की बात कही है।
कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले भी यह चुनाव बमुश्किल 208 वोटों से जीत सके हैं। इसके अलावा दो अन्य वरिष्ठ नेताओं पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट को भी हार का सामना करना पड़ा है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटें ही मिली हैं। कांग्रेस एक समय महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी थी, लेकिन पिछले कुछ दशकों में इसकी स्थिति खराब होती जा रही है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि हम हार पर विचार करेंगे। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी में अंदरूनी लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी शनिवार को कहा कि भाजपा और उसके सहयोगियों को लाडली बहन योजना, आरएसएस और नेताओं की मेहनत से फायदा हुआ है। हमारा नेतृत्व कमजोर है। नाना पटोले ने कहा कि भले ही हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला हो, हम कड़ी मेहनत करेंगे। हम सरकार को उसके वादे याद दिलाते रहेंगे ताकि लोगों को फायदा हो।