नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में अपने समकक्ष नेताओं के लिए कुछ उपहार भी लेकर गए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक नेताओं को उपहार देने के लिए ऐसी वस्तुओं को चुना जो भारतीय सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती हैं। इसमें महाराष्ट्र से आठ, जम्मू-कश्मीर से पांच, आंध्र और राजस्थान से तीन-तीन, झारखंड और बिहार से दो-दो और कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और लद्दाख से एक-एक वस्तु शामिल हैं।
जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने इटली के प्रधानमंत्री मेलोनी से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने महाराष्ट्र में बनी चांदी की कैंडलस्टिक गिफ्ट की। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक को एक चांदी और शीशम की लकड़ी का औपचारिक फोटो फ्रेम उपहार में दिया।
जबकि गुयाना के प्रधानमंत्री मार्क फिलिप्स को राजस्थान से सोने की नक्काशी वाली लकड़ी की राज सावरी प्रतिमा उपहार में दी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने गुयाना के राष्ट्रपति को बिहार की मधुबन की पेंटिंग तोहफे में दी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिल्ली को राजस्थानी फूलों वाला चांदी का फोटो फ्रेम उपहार में दिया। पीएम मोदी ने पुर्तगाली प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो को पारंपरिक महाराष्ट्र डिजाइन के साथ हाथ से नक्काशीदार ग्लास शतरंज सेट भेंट किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मित्र ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज को पुणे में बना एक कीमती नीलम उपहार में दिया, जिस पर ऊंट के सिर की प्रतिकृति थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला को आदिवासी कला वर्ली पेंटिंग उपहार में दी। यह कला मूल रूप से महाराष्ट्र के दहाणू, तलसारी और पालघर क्षेत्रों में रहने वाली वर्ली जनजाति की विरासत है। प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति की पत्नी को आंध्र प्रदेश के कीमती पत्थरों से जड़ा सिल्वर रंग का पर्स उपहार में दिया। वहीं, मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को झारखंड और बिहार के साझा आदिवासी जीवन और संस्कृति को दर्शाने वाली कोहवर पेंटिंग उपहार में दी। पीएम मोदी ने अपने खास दोस्त फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों को तमिलनाडु की मशहूर तंजावुर पेंटिंग गिफ्ट की।