अहमदाबाद। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से कई शहरों में बाढ़ आ गई है। नदियां उफान पर हैं और आसपास के इलाकों में पानी भर गया है। भारी बारिश से पिछले चार दिनों में 28 लोगों की जान जा चुकी है। वडोदरा में बाढ़ जैसे हालात हैं तो द्वारका में भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल से बात की और गुजरात के हालात की समीक्षा की। पीएम मोदी ने केंद्र की ओर से दी गई मदद के बारे में भी जानकारी ली, साथ ही जन-जीवन को सामान्य बनाने के लिए मार्गदर्शन दिया।
गुजरात में भारी बारिश से अब तक 5 राष्ट्रीय राजमार्ग, 2 एनएचएआई, 66 राज्य राजमार्ग, 92 अन्य सड़कें, 774 पंचायत समेत कुल 939 सड़कें बंद हैं।
गुजरात में मानसून की शुरुआत अब तक 41,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिसमें वडोदरा में 10,000, नवसारी में 9,500, सूरत में 3,800, खेड़ा में 2,700, आणंद में 2,300, पोरबंदर में 2,041, जामनगर में 1,955 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
गुजरात में भारी बारिश के कारण डैम, तालाब ओवरफ्लो हो गए हैं और नदियां उफान पर हैं। पिछले चार दिनों में डूबने से 13 लोगों की जान जा चुकी है। मकान और दीवार गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा पेड़ गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है। हलवद, बोरसद, तारापुर, दाहोद, लिमखेड़ा, ध्रांगध्रा, अाहवा, हलोल, ढोलका और मणिनगर में डूबने की घटनाएं हुई हैं, जबकि महुधा, लूनावाड़ा, साणंद, खंभात में मकान और दीवारें गिरने से मौतें हुई हैं। भनवाड और पेटलाद में पेड़ गिरने से दो लोगों की मौत हुई है।