वडोदरा। राज्य में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश से ज्यादातर इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वडोदरा में 12 इंच से अधिक बारिश से शहर में बाढ़ आ गई है। राज्य सरकार ने बाढ़ का जायजा लेने के लिए दो मंत्रियों को वडोदरा भेजा है। दोनों मंत्री वडोदरा में भारी बारिश से हुए नुकसान और राहत कार्यों की जानकारी लेंगे। सरकार की ओर से वडोदरा भेजे गए मंत्रियों में ऋषिकेष पटेल और जगदीश पांचाल शामिल हैं। दोनों मंत्रियों का वडोदरा के कुछ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने का भी कार्यक्रम है। वडोदरा के कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त और विधायकों के साथ भी बैठक भी करेंगे।
विश्वामित्री नदी का पानी कई इलाकों में घुसने से वडोदरा में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। मध्य गुजरात पावर कंपनी ने सुरक्षा के लिहाज से कुछ और इलाकों में बिजली सप्लाई बंद कर दी है। वडोदरा में सात लाख से ज्यादा लोग अंधेरे में रह रहे हैं।
बिजली कंपनी के सूत्रों ने बताया कि जेटको के अटलादरा और विद्युतनगर सब स्टेशन में विश्वामित्री नदी का पानी घुस गया है, इसलिए इन दोनों सब स्टेशनों को बंद करना पड़ा है। इन सब स्टेशनों से 45 बिजली फीडरों की आपूर्ति बंद हो गई है। इसके चलते वडोदरा के पादरा रोड, अकोटा, जेतलपुर रोड, गोत्री, अलकापुरी, अटलादरा, वासना, गोत्री जैसे इलाकों में ब्लैकआउट हो गया है।
विश्वामित्री नदी में बाढ़ के कारण कारेलीबाग, हरणी, सामा-सावली रोड, फतेगंज जैसे इलाकों में कल से बिजली आपूर्ति बंद है। आज भी इन इलाकों में बिजली आपूर्ति शुरू नहीं हो पाएगी, लेकिन नए इलाकों में पानी घुसने से शहर के कुल 68 फीडरों को बंद करना पड़ा है और 370 ट्रांसफार्मर पानी में डूबे हुए हैं। वडोदरा में सात लाख से अधिक लोग ब्लैकआउट की चपेट में हैं और बाढ़ का पानी कम होने तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की जा सकती है।