वडोदरा। एमएस यूनिवर्सिटी हमेशा विवादों में रहती है। अब यूनिवर्सिटी के लॉ फैकल्टी का विवाद सामने आया है। लॉ फैकल्टी की डीन डॉ. अर्चना गाडेगर के खिलाफ यूनिवर्सिटी में जगह-जगह पोस्टर चस्पाए गए हैं। पोस्टर में डीन के खिलाफ हिन्दु त्योहारों के हनन के आरोप लगाए गए हैं। छात्रों का आरोप है कि डीन वामपंथी विचारधारा की हैं। उन्होंने परीक्षा एवं अन्य शैक्षणिक आयोजन इस प्रकार किया है कि हम त्योहार न मना सकें। लॉ फेकल्टी के इन्टर्नशिप प्राेग्राम, सभी सबमिशन, इन्टरनल परीक्षाएं, मुट कोट की परीक्षा समेत एकेडमिक कार्यक्रम जन्माष्टमी, गणेश उत्सव, नवरात्रि, दशहरा और दिवाली जैसे हिन्दु त्योहारों पर रखे गए हैं, ताकि छात्र त्योहार न मना सकें।
पोस्टर में कहा गया है कि 19 तारीख को रक्षा बंधन था और 20 और 22 अगस्त को फैकल्टी में सबमिशन हुए थे। मुट कोर्ट 24 अगस्त को है ताकि छात्र जन्माष्टमी न मना सकें। इन्टरनल परीक्षा के लिए सबमिशन 31 अगस्त से 5 सितंबर तक आयोजित किया गया है ताकि छात्र गणेश उत्सव में भाग न ले सकें। कोर्ट में 1 से 31 अक्टूबर तक इंटर्नशिप करने को कहा गया है ताकि छात्र नवरात्रि, दशहरा और दिवाली समारोह में हिस्सा न ले सकें।
इस बारे में पूछे जाने पर डीन अर्चना गाडेकर ने कहा कि मैं एक प्रोफेसर हूं और मुझे फेकल्टी की शिक्षा को पहली प्राथमिकता देनी है। पहले जब मैं डीन नहीं थी तब परीक्षा की तारीखें और दूसरे शेड्यूल ऐसे ही रखे जाते थे। संकाय में परीक्षाएं भी समय पर आयोजित करनी होंगी। मुझे नहीं पता कि पोस्टर किसने लगाए हैं। इस मामले में विश्वविद्यालय के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया गया है, जो भी कार्रवाई होगी वह विश्वविद्यालय स्तर पर निर्णय लिया जायेगा।