अहमदाबाद। कोलकाता के आरजी. कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर से रेप के बाद हत्या का मामला और गंभीर हो गया है। इस घटना को लेकर देशभर के चिकित्साें में आक्रोश है। इसका असर गुजरात पर भी पड़ा है। मृत डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए राज्य सरकार के अस्पतालों के डॉक्टर और रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर उतर गए हैं। आज 17 अगस्त को डॉक्टरों ने अहमदाबाद, सूरत, राजकोट और जामनगर में रैली निकाली।
अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल कैंपस के बीजे मेडिकल, जीसीएस हॉस्पिटल समेत सभी कॉलेजों के छात्रों ने विरोध दर्ज कराया है। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए जीसीएस हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने रैली निकाली है।
आज शनिवार को सूरत नवी सिविल अस्पताल और पालिका के स्मीमेर अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों और इंटर्न डॉक्टरों ने पीड़िता को न्याय और आरोपियों को कड़ी सजा की मांग को लेकर रैली निकाली। डॉक्टरों ने काले कपड़े पहनकर और नारे लिखी तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया।
उधर, राजकोट समेत सौराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की हड़ताल का आज दूसरा दिन है। निजी अस्पताल के डॉक्टर भी ओपीडी बंद रखकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं। डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर कानून बनाने की मांग को लेकर जिला कलक्टर को आवेदन दिया जाएगा।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। राष्ट्रीय स्तर पर आईएमए. द्वारा लिए गए निर्णय के बाद जामनगर के सभी डॉक्टर 24 घंटे की हड़ताल पर रहेंगे। 17 अगस्त को सुबह 6 बजे से 18 अगस्त सुबह 6 बजे तक यानी 24 घंटे के लिए सभी अस्पतालों में सभी गैर-आपातकालीन सेवाएं बंद रहेंगी। गुजरात आयुर्वेद एसोसिएशन ने भी हड़ताल का समर्थन किया है। गुजरात के 25 हजार से ज्यादा आयुर्वेद डॉक्टरों ने बंद का ऐलान किया है।