सूरत। सावन महीना आते ही त्योहार शुरू हो जाते हैं। त्योंहारों में मिठाई की मांग बढ़ जाती है। दुकान पैसे कमाने की लालच में मिठाई में मिलावट करते हैं। मिठाई में असली की जगह नकली खोए का इस्तेमाल करते हैं। इससे लोगों का स्वास्थ्य खराब होता है।
मंगलवार को नगर पालिका के खाद्य विभाग ने भागल में खोआ बेचने वाले प्रतिष्ठानों से नमूने लेकर परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेज दिए हैं। सैंपल खराब पाए जाने पर संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मिठाई में इस्तेमाल किया जाने वाला खोआ (मावा) अच्छी क्वालिटी का है या नहीं, इसकी जांच के लिए नगर पालिका के खाद्य विभाग ने सैंपलिंग की। स्वास्थ्य विभाग की आठ टीमों ने सुबह से बंसी मावा भंडार, नंदकिशोर मावावाला, शंकर मावा, जैन मावा और सूरज मावा समेत आठ इकाइयों से खोआ के नमूने लिए। यह प्रक्रिया शाम तक जारी रहेगी और अन्य स्थानों से भी सैंपलिंग की जाएगी। खाद्य विभाग ने सैंपल लेने का काम शुरू कर दिया है। सैंपल को प्रयोगशाला में भेजा जा रहा है।
बता दें, आगामी दिनों में रक्षाबंधन का त्योहार आने वाला है। रक्षाबंधन पर मिठाई की बिक्री और मांग बढ़ जाती है। बहनें राखी बांधने के साथ-साथ भाइयों को मिठाई भी खिलाती हैं। मिठाई की मांग को ध्यान में रखते हुए नगर निगम अभी से सतर्क हो गया है।