जयपुर। राजस्थान में भाजपा सत्ता में है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की थी और अशोक गहलोत की सरकार को हटा दिया था। विधानसभा चुनाव में हार के समय राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि राज्य कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सदियों पुरानी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को लेकर भी चर्चा थी। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद राजस्थान की सियासत फिर से ठंडी पड़ गई है। क्योंकि राज्य में चुनाव होने में अभी काफी समय बाकी है। लेकिन शनिवार को जब सचिन पायलट अचानक अशोक गहलोत के घर मिलने पहुंचे तो फिर से हलचल मच गई। बताया जाता है कि यह पहला मौका था जब सचिन पायलट अशोक गहलोत के घर गए। गहलोत-पायलट की मुलाकात और बंद कमरे में हुई बातचीत ने राजस्थान की राजनीति में अचानक हलचल मचा दी है।
एक ही पार्टी के दो विरोधी नेताओं की मुलाकात से राजस्थान के राजनीतिक माहौल में बदलाव की चर्चा हो रही है। दोनों के बीच डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच हुई मुलाकात की तस्वीरें और वीडियो भी सामने आए हैं। बताया गया है कि सचिन पायलट खुद गहलोत के आवास पर पहुंचे थे। दोनों नेताओं के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई। पार्टी और राज्य से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। इसके साथ ही सचिन पायलट ने अशोक गहलोत को एक विशेष कार्यक्रम के लिए आमंत्रित भी किया। मुलाकात के बाद अशोक गहलोत ने कहा कि राजेश पायलट और मैं पहली बार 1980 में एक साथ लोकसभा पहुंचे थे। हम करीब 18 साल तक संसद में साथ रहे। हम उनके आकस्मिक निधन से आज भी दुखी हैं। उनका जाना पार्टी के लिए भी गहरा सदमा है।
सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच 3 महीने में यह तीसरी मुलाकात है। अप्रैल की शुरुआत में दोनों ने अहमदाबाद और जयपुर एयरपोर्ट पर मुलाकात कर चर्चा की थी। ऐसे में कल की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस में सुलह की अटकलें शुरू हो गई हैं।