सूरत। सूरत जिले की कामरेज तहसील के वाव गांव में मां अपनी एक साल की बेटी को पास में ही जमीन पर लिटाकर खाना बना रही थी, तभी एक कुत्ता आया और बच्ची को मुंह में उठाकर भाग गया। मां के चिल्लाने पर सोसायटी के निवासी और 200 से ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए और बच्ची की जान बचाने के लिए कुत्ते के पीछे दौड़ने लगे। इसी बीच कुत्ता बच्ची को मुंह में दबाकर गन्ने के खेत में भाग गया। पुलिस, दमकल, वन विभाग और सूरत नगर निगम की टीम बच्ची की तलाश कर रही है। घंटों बीत जाने के बावजूद बच्ची का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। बच्ची को खोजने के लिए डॉग स्क्वॉड, एफएसएल और ड्रोन की मदद भी ली गई है।
कामरेज तहसील के वाव गांव में स्थित शरणम रेजीडेंसी के पास निर्माण कार्य चल रहा है। सात दिन पहले अंजू बहादुरभाई (उम्र 30, मूल निवासी, जिला जाम्बुआ, मध्य प्रदेश) अपनी पत्नी और एक वर्षीय बेटी माया के साथ काम करने आया था और निर्माण स्थल पर बनी झोपड़ी में रहता है। पिछले सोमवार को अंजू अपनी पत्नी और एक वर्षीय बेटी माया को अकेला छोड़कर एक शादी में शामिल होने के लिए अपने गांव चला गया। मंगलवार को उसकी पत्नी एक वर्षीय बेटी को झोपड़ी के बाहर जमीन पर लिटाकर थोड़ी दूर पर चूल्हे पर खाना बना रही थी। उसी समय एक कुत्ता आया और उसकी बेटी को मुंह में दबाकर उठा लिया और भाग गया। मां चिल्लाने लगी तो आसपास की झोपड़ियों में रहने वाले अन्य लोग कुत्ता का पीछा करने लगे। शोरगुल सुनकर आसपास की सोसायटी और स्थानीय लोग लोग इकट्ठा होकर कुत्ते का पीछा करने लगे। इसी बीच कुत्ता बच्ची को मुंह में दबाए बंसरी रिसॉर्ट के सामने गन्ने के खेत में भाग गया। स्थानीय लोगों ने कामरेज पुलिस को सूचना दी, पीआई एडी. चावड़ा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और वन विभाग को सूचना दी गई। पुलिस, वन विभाग और 200 से अधिक लोगों ने देर रात तक लड़की की तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बुधवार की सुबह पुलिस, फायर ब्रिगेड, सूरत नगर निगम की टीम और स्थानीय लोगों ने कुत्ते की तलाश की, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। लड़की भी नहीं मिली। डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच गई है। साथ ही ड्रोन की मदद से लड़की की तलाश शुरू कर दी गई है। कई घंटे बीतने के बावजूद लड़की का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।